वैदिक ज्योतिष के अनुसार मिथुन राशि का चिह्न
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मिथुन राशि का चिह्न शनि का गोचर आपके सप्तम भाव में रहने से दांपत्य जीवन में कुछ तनाव बना रह सकता है लेकिन 30 मार्च से बृहस्पति का गोचर सप्तम भाव में होने से इस स्थिति में कुछ सुधार होगा और जो लोग अविवाहित हैं उनके विवाह के योग बनेंगे साथ ही व्यवसायिक साझेदारी से लाभ होगा। 17 अगस्त को सूर्य का सिंह में होने वाला गोचर जीवन में सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा और आपको अपने कार्य वक्री रहेगा। इसके बाद 8 जुलाई से 1 अगस्त और 31 अक्टूबर से 21 नवंबर के मध्य भी बुध का वक्री गोचर होगा। इस दौरान आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा अन्यथा रिश्तों और कार्यों में बाधा उत्पन्न होगी और आपके व्यवसाय में हानि हो सकती है। 16 जुलाई का चंद्र ग्रहण आपके लिए शुभ फलदाई सिद्ध होगा।
मिथुन के भविष्यफल के अनुसार इस वर्ष आपको स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। हालांकि कभी-कभार छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से आपका सामना होगा। परंतु साल के प्रारंभ यानी जनवरी में आपको अपनी सेहत को लेकर थोड़ा सावधान रहना होगा। इस समय आपको स्किन से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। यह साल आपके करियर के लिए सामान्य रहने का संकेत दे रहा है। हालांकि यदि आप कड़ी मेहनत करते हैं तो यह साल आपके करियर के लिए अच्छा हो सकता है। आपको अपने काम में पूरा फोकस करना होगा। करियर में आगे बढ़ने के लिए आपको नए-नए विचारों को सृजन करना होगा। वरिष्ठ कर्मियों की सलाह भी आपके काम आएगी। इस वर्ष आपको आर्थिक जीवन में कोई बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं। व्यापार में नए-नए आइडिया आपके आर्थिक लाभ को बढ़ाने में मदद करेंगे। इस वर्ष आप धन एकत्रित करने में सफल रहेंगे। हालांकि बिजनेस के विस्तार हेतु आपको घर से दूर जाना पड़ सकता है। आपको आर्थिक जीवन में कोई बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं। व्यापार में नए-नए आइडिया आपके आर्थिक लाभ को बढ़ाने में मदद करेंगे।
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